दिल्ली को जाम से मिलेगी राहत: UER-II एक्सप्रेसवे से बदल जाएगा सफर का तरीका
दिल्ली-एनसीआर के लोग अब राहत की सांस ले सकते हैं, क्योंकि UER-II एक्सप्रेसवे लगभग तैयार हो चुका है। यह प्रोजेक्ट सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि दिल्ली और हरियाणा की कनेक्टिविटी को नया आयाम देने जा रहा है। 8,000 करोड़ रुपये की लागत से बना यह 75.71 किलोमीटर लंबा एक्सेस-कंट्रोल एक्सप्रेसवे अब दिल्ली के ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिलाएगा।
क्या है UER-II एक्सप्रेसवे?
UER-II (Urban Extension Road-II) को दिल्ली का तीसरा रिंग रोड माना जा रहा है। इसे नेशनल हाईवे-344एम नाम भी दिया गया है। इसमें 54.21 किमी हिस्सा दिल्ली में और 21.50 किमी हरियाणा में है। इस रोड को आधुनिक तकनीक से बनाया गया है और यह पूरी तरह एक्सेस कंट्रोल है यानी अनावश्यक वाहन प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
कहां से कहां तक है UER-II?
- शुरुआत: अलीपुर (एनएच-44, जीटी रोड)
- रूट: रोहिणी, मुंडका, नजफगढ़, द्वारका
- अंत: महिपालपुर के पास दिल्ली-गुरुग्राम एनएच-48
- कनेक्शन: द्वारका एक्सप्रेसवे, गुरुग्राम के खेड़कीदौला टोल तक
कितनी दूरी और समय होगा कम?
रूट | पहले समय | अब समय | बचत |
---|---|---|---|
अलीपुर से IGI एयरपोर्ट | 1.5 घंटे | 25 मिनट | 1 घंटा 5 मिनट |
गुरुग्राम से IGI एयरपोर्ट | 1 घंटा | 20 मिनट | 40 मिनट |
बहादुरगढ़ से IGI एयरपोर्ट | 1 घंटा | 25 मिनट | 35 मिनट |
यह एक्सप्रेसवे सिर्फ दिल्ली या हरियाणा के लिए नहीं, बल्कि पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, यूपी, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों से दिल्ली आने वालों के लिए भी समय बचाने वाला साबित होगा।
खास फीचर्स जो इसे बनाते हैं खास
- 27 फ्लाईओवर
- 2 टनल (3.6 किमी व 1.5 किमी)
- 11 अंडरपास, 17 सबवे, 2 ROB
- 111 किमी लंबी सर्विस रोड
- एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम
- ANPR कैमरे, CCTV सर्विलांस
- ग्रीन रोड का कॉन्सेप्ट: 20 लाख टन कचरे से रोडबेस बनाया गया (गाजीपुर लैंडफिल से)
कनेक्टिविटी को मिलेगा बूस्ट
UER-II एक्सप्रेसवे हरियाणा के 5 नेशनल हाईवे से जुड़ता है:
- एनएच-44 (अलीपुर)
- एनएच-344पी (बवाना से सोनीपत)
- एनएच-59 (बहादुरगढ़ बाइपास से)
- एनएच-48 (दिल्ली-गुरुग्राम)
- द्वारका एक्सप्रेसवे (खेड़कीदौला टोल तक)
इसके अलावा यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के नॉर्थ, वेस्ट, साउथ और आउटर एरिया को जोड़ता है। इससे धौला कुआं और रिंग रोड पर ट्रैफिक का दबाव भी घटेगा।
यातायात और सुरक्षा सुविधाएं
- टनल में इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम
- वेंटिलेशन, फायर सेफ्टी, इमरजेंसी निकासी
- टोल प्लाजा (मुंडका के पास) पर हाई-टेक सिस्टम
- स्पीड लिमिट: कार के लिए 80 किमी/घंटा, भारी वाहनों के लिए 60 किमी/घंटा
अभी बाकी है थोड़ा काम
हालांकि प्रोजेक्ट लगभग 98% पूरा हो चुका है, लेकिन कुछ लोकेशनों पर कार्य जारी है:
- अलीपुर से एनएच-44 जोड़ने वाले ब्रिज का काम
- बवाना में एनएच-344पी के ओवरब्रिज का काम
- नजफगढ़, मुंडका में स्ट्रीट लाइट्स की फिनिशिंग
कब होगा उद्घाटन?
यूईआर-II एक्सप्रेसवे का उद्घाटन अगस्त 2025 तक संभावित है। फिलहाल 24 घंटे का ट्रायल रन चल रहा है, जिसमें दोनों टनल पूरी तरह एक्टिव हैं।
UER-II एक्सप्रेसवे सिर्फ एक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि यह दिल्ली और हरियाणा के लोगों के लिए समय और ऊर्जा की बचत का माध्यम बनेगा। ट्रैफिक से राहत, बेहतर कनेक्टिविटी और ईको-फ्रेंडली निर्माण इसे दिल्ली-एनसीआर का गेमचेंजर बना देगा।
Disclaimer:
यह जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत करने के लिए बनाया गया है। इसमें उपयोग की गई सभी जानकारियां सार्वजनिक स्रोतों और सरकारी घोषणाओं पर आधारित हैं।
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