भोपाल/सवाई माधोपुर: राजस्थान पुलिस ने एक बड़े फर्जी शादी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए भोपाल से एक महिला ठग को गिरफ्तार किया है, जो अब तक करीब 25 से ज्यादा पुरुषों को नकली शादी के नाम पर लाखों रुपये का चूना लगा चुकी है। पकड़ी गई महिला की पहचान अनुराधा पासवान के रूप में हुई है, जिसकी उम्र महज 23 वर्ष है। अनुराधा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के कोल्हुई बाजार की रहने वाली है और वर्तमान में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रह रही थी।
फर्जी शादी के तीन दिन बाद कैश और गहने लेकर फरार
पूरा मामला तब सामने आया जब राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के मानटाउन थाना क्षेत्र में रहने वाले विष्णु शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई। शर्मा का आरोप है कि उसे एक दलाल दंपती – सुनीता और पप्पू मीना – ने पसंद की लड़की से शादी कराने का झांसा दिया और भोपाल निवासी अनुराधा की तस्वीर दिखाकर सवाई माधोपुर कोर्ट में फर्जी एग्रीमेंट के माध्यम से शादी करवा दी। इसके बदले में शर्मा से करीब दो लाख रुपये की रकम वसूली गई।
शादी के महज तीन दिन बाद ही अनुराधा अचानक घर से नगदी, जेवरात और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गई। शर्मा को तब समझ आया कि वह एक बड़े ठगी गिरोह का शिकार हो चुका है।
कालापीपल में रह रही थी आरोपी, पुलिस ने दबोचा
जैसे ही मामला सामने आया, राजस्थान पुलिस ने विशेष टीम गठित की और भोपाल में स्थानीय मुखबिरों की सहायता से इस गिरोह तक पहुंचने का प्रयास किया। पुलिस ने अपने ही एक जवान को अविवाहित बताकर गिरोह के एजेंट से संपर्क कराया और फर्जी शादी कराने की योजना बनाई।
इसी दौरान एजेंट द्वारा दिखाई गई तस्वीरों में फरार आरोपी अनुराधा पासवान को पहचान लिया गया। इसके बाद टीम ने भोपाल के कालापीपल क्षेत्र के पन्नाखेड़ी गांव में छापेमारी कर अनुराधा को गिरफ्तार कर लिया। दिलचस्प बात यह है कि अनुराधा वहां भी हाल ही में एक और फर्जी शादी कर रह रही थी।
2 से 5 लाख रुपये में होती थी नकली शादी
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह पूरा फर्जी शादी गिरोह भोपाल से संचालित होता था, जिसमें कई लोग शामिल हैं। इस गिरोह में रोशनी, सुनीता, रघुवीर, गोलू, मजबूत सिंह यादव और अर्जन जैसे नाम सामने आए हैं। ये सभी आरोपी भोपाल के अलग-अलग हिस्सों में सक्रिय थे।
गिरोह के सदस्य मोबाइल और सोशल मीडिया के माध्यम से शादी के इच्छुक लोगों से संपर्क करते थे। फिर उन्हें महिलाओं की फर्जी तस्वीरें भेजी जातीं और शादी के नाम पर 2 से 5 लाख रुपये तक वसूले जाते थे। शादी के कुछ ही दिनों के भीतर “दुल्हन” बनी महिला घर से सारा कीमती सामान लेकर गायब हो जाती थी।
अब तक 25 से ज्यादा लोगों को बना चुकी है शिकार
पूछताछ में अनुराधा ने खुलासा किया कि उसने अब तक 25 से अधिक पुरुषों के साथ फर्जी विवाह कर उन्हें ठगा है। हर बार वह नया नाम, नया पता और नई पहचान बनाकर अलग-अलग राज्यों में सक्रिय रहती थी।
पुलिस कर रही अन्य आरोपियों की तलाश
फिलहाल पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है और उन लोगों से भी संपर्क किया जा रहा है जो इसी प्रकार की ठगी का शिकार हो चुके हैं। इसके अलावा चोरी किए गए जेवरात और नगदी की बरामदगी के लिए भी पुलिस प्रयास कर रही है।
निष्कर्ष ( सारांश )
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि ऑनलाइन माध्यम या अनजान एजेंट के जरिए शादी करना कितना खतरनाक हो सकता है। लोगों को चाहिए कि वे किसी भी तरह की वैवाहिक प्रक्रिया में सावधानी बरतें और सत्यापन के बिना कोई बड़ा कदम न उठाएं।