भारत खबर – तारानगर क्षेत्र के किसानों ने मंगलवार को कलेक्टर के नाम एक बड़ा कदम उठाते हुए उपखंड अधिकारी (SDM) राजेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में किसानों ने अपने खेतों में लगाए जा रहे हाई वोल्टेज विद्युत टावरों के निर्माण कार्य को तत्काल प्रभाव से रुकवाने और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।
किसानों का कहना है कि इन दिनों क्षेत्र में बिजली कंपनियों द्वारा हाई वोल्टेज बिछाने के लिए बड़े बड़े टावर खड़े किए जा रहे हैं। लेकिन इस निर्माण कार्य के चलते किसानों की खड़ी फसलें भारी नुकसान झेल रही है।
ज्ञापन में साफ तौर पर बताया गया है कि टावर बनने से उसके आसपास की लगभग 3 से 4 बीघा जमीन की फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाती है जिससे किसानों को आर्थिक रूप से गहरी चोट लग रही है।
किसानों की प्रमुख मांगे :- प्रति टावर और प्रति बीघा के हिसाब से स्पष्ट मुआवजा तय किया जाए। जब तक मुआवजा राशि सीधे किसान के खाते में नहीं पहुंचती, तब तक पोल निर्माण का कार्य रोका जाए। खड़ी फसल में पोल लगाने का काम नहीं हो।
कौन – कौन रहे शामिल?
ज्ञापन देने वालों में खरतवास , कैलाश और किरसाली गांवों के किसान, साथ ही देवकरण नैन, पार्षद याकूब तेली, हरिसिंह बेनीवाल, हरद त सिंह, ओमप्रकाश, परतुराम , लीलूराम, गोपीराम, डूंगराराम, नारायण, हेतराम नायक, दुलाराम, महावीर और अमरसिंह जैसे स्थानीय जनप्रतिनिधि और किसान शामिल रहे।
क्यों है ये मुद्दा अहम ?
फसल का नुकसान सिर्फ एक किसान की नहीं, पूरे गांव की चिंता है। विद्युत कंपनियों को जल्द से जल्द किसानों की मांगों पर विचार कर पारदर्शी मुआवजा नीति लागू करनी चाहिए, ताकि खेत में टावर लगाने से पहले किसान को न्याय मिले और उसकी मेहनत की कमाई सुरक्षित रह सके।