चूरू भारत खबर – मरुस्थलीय जिले का दर्जा मिलने के बाद चूरू को विकास की नई रफ्तार मिलने लगी है। बजट वर्ष 2025-26 में चूरू विधानसभा क्षेत्र के लिए राज्य सरकार ने 15 करोड़ रूपये की लागत से सड़क निर्माण और मरम्मत कार्यों की स्वीकृति जारी की है। इसमें 10 करोड़ रूपये से सड़कों का कारपेंटिंग कार्य किया जाएगा, जबकि 5 करोड़ रुपए की लागत से नई सड़के बनाई जाएगी।
यह विकास कार्य उन ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में होंगे जहां लंबे समय से सड़के खराब स्थिति में थीं या सड़के थी ही नहीं। इस बजट को मंजूरी दिलवाने में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और विधायक हरलाल सहारण की अहम भूमिका रही हैं। जिन्होंने चूरू को मरुस्थलीय क्षेत्र घोषित करवाने के लिए लगातार प्रयास किए।
कहां – कहां बनेगी सड़के ?
भाजपा नगर मंडल महामंत्री चंद्रप्रकाश शर्मा ने जानकारी दी कि जिन प्रमुख मार्गों पर कार्य होंगे, उनमें शामिल हैं:
कोटवाद ताल से बुचावास बॉर्डर तक, दुदवाखारा से नरसीपूरा, सहनाली छोटी से रामदेवय , सिरसला से बास वाकान, लाखाऊ स्टैंड से बरड़ादास तक,आसलू स्टेशन वाया अंडरब्रिज, लादड़िया स्टैंड से बणी का बास, सामुदायिक भवन से कोटवाद टिब्बा, रामपुरा कोटवाद रोबिया तक,
इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में भी सड़क नेटवर्क को सख्त बनाने के लिए निम्न स्थानों पर नई सड़के बनाई जाएगी:
बिसाऊ चौकी से बालरासर तवरान , राणासर दादूं पोटी बस स्टैंड से पोटी गांव, जसरासर कबीर बस्ती से बूटियां, रामपुरा बास से जसरासर बृटिया रोड से रामकुमार लुगरिया की ढाणी तक, कोटवाद ताल से कोटवाद टीबा जोड़ी, सातड़ा से मोलीसर बड़ा, धीरासर से देखनसर रोड़ तक
जल्द शुरु होगा निर्माण कार्य। प्रशासन की और से सम्बन्धित विभागों को निर्देश जारी किए गये हैं। और जल्द ही इन सभी सड़कों के निर्माण से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी बल्कि स्थानीय लोगों की जीवनशैली और परिवहन व्यवस्था में भी बड़ा सुधार आएगा।