अरंड की खेती से हो रही है किसानों की मौज! जुलाई के अंत तक बुवाई का शानदार मौका

अरंड की खेती से किसानों को हो रहा मोटा मुनाफा, अगर आप भी एक किसान है और कम लगत में मोटा मुनाफा चाहते हैं। यो जुलाई के अंत से पहले अरंड की बुवाई कर ले। जानिए पूरी जानकारी!
अरंड की खेती

अरंड की खेती जुलाई तक बुवाई करे और कमाए ₹7000 प्रति क्विंटल

अरंड खेती अब सिर्फ पारंपरिक किसानों तक सीमित नहीं रही हैं। बल्कि एक उभरता हुआ, व्यवसायिक बन बनता जा रहा है। अरंड का तेल अब बाजार में जरूरत बन चुका हैं। इसलिए इसकी मांग में पिछले कुछ समय से लगातार मांग में उछाल आ रहा है। इन सभी पहलू को देखते हुए, आपके इसकी खेती कर के मोटा मुनाफा ले सकते हो।

क्यों बढ़ रही हैं अरंड की डिमांड?

अरंडी का तेल अब केवल परंपरागत इस्तेमाल तक नहीं रहा है। अब इसका उपयोग ऑटोमोबाइल, फार्मा, केमिकल, पेंट और यहां तक कि इत्र उद्योग में भी काम आने लगा है।

इंजन ऑयल, साबुन, चिकनाई, ब्रेक फ्लूड, पेंट, डाई, पॉलिश और नायलॉन जैसे उत्पादकों में इसका उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। इन सभी के कारणों से बाजार में अरंड का भाव ₹6000 से ₹7000 प्रति क्विंटल हो गया है। इसलिए बहुत से किसान अब अरंड की खेती की तरफ जा रहे हैं।

अरंड की खेती लिए समय

जुलाई का महीना इस फसल की बुवाई का सबसे बढ़िया महीना माना जाता हैं। कृषि विशेषज्ञों की माने तो 20 जुलाई से लेकर 30 जुलाई का महीना सबसे बढ़िया होता हैं।

अरंड खेती के साथ किसान मूंग, ग्वार , मुंगफली, तिल, कपास, और धनिया जैसी अंतः फसल पद्धति भी अपना सकते हैं। जिसे मुनाफा भी ज्यादा होगा।

अन्नत किस्में ज्यादा पैदावार का वादा

हरियाणा के बबाल स्थित अनुसंधान केंद्र में अरंड की हाइब्रिड किस्मों पर काम हुआ है। जिसमें बारानी क्षेत्रों के लिए: ICH-5 और सिंचित क्षेत्रों के लिए: ICH-66, GCH-7, ICH-5 इन किस्मों का उपयोग कर किसान कम पानी में भी ज्यादा उत्पादन ले सकते हैं।

बिजाई कैसे करे और बीज की मात्रा

बारानी/कम सिंचित भूमि: दूरी: 90-120 सेमी. × 60 सेमी, बीज मात्रा: 2-3 किलो प्रति एकड़ तक रख सकते है।

सिंचित भूमि:दूरी: 150 सेमी. × 90 सेमी, बीज मात्रा: 1-1.5 किलो प्रति एकड़ तक रख सकते है। बीरानी और सिंचित में बीज मात्रा अलग रखनी है।

बिजाई के समय खेत तैयार करते समय 30 किलो यूरिया, 12 किलो सल्फर, 4 किलो जिंक ओर 30 किलो पोटाश डाले ताकि पौधों की बढ़वार सही तरीके से हो।

अच्छी बिक्री अरंड की कहा हो सकती हैं

अगर आप ने अरंड की खेती करते हैं, फिर उसे अच्छे मुनाफा में कहा बेच सकते हैं। तो जानिए, हरियाणा के हिसार और आदमपुर मंडी में अरंड की प्रमुख केंद्र है।

राजस्थान के नोहर-भादरा और गुजरात में भी अरंडी के बड़े बाजार हैं। अगर रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ में भी बिक्री केंद्र खुलते हैं तो इसकी खेती का रकबा और भी बढ़ सकता है। फिलहाल प्रमुख केंद्र यह ही जहां अच्छे दामों में बिक्री हो रही है। और आप अपने पास स्थानीय मंडी में भी बेच सकते हैं।

अब अरंड की खेती कम समय और कम सिंचाई, कम लगात में ज्यादा मुनाफा देनी वाली फसल बन गई है। जुलाई के अंत तक आप इसकी सही किस्मों को चुनकर बुवाई करते हो। तो आप इस फसल से बढ़िया मुनाफा कमा सकते हो।

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