सरदारशहर मजदूर हड़ताल, गांधी चौक पर गरजे मजदूर, प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा!

सरदारशहर मजदूर हड़ताल के तहत केंद्रीय मजदूर यूनियनों ने गांधी चौक पर प्रदर्शन किया है। जानिए क्या है मजदूरों की मुख्य मांगे।
सरदारशहर मजदूर हड़ताल

देशभर में केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी कानून के खिलाफ राष्ट्रीय मजदूर हड़ताल चल रही है। सरदारशहर के मजदूर संगठनों ने भी जोरदार समर्थन किया। बुधवार शाम 4 बजे गांधी चौक पर बड़ी संख्या में मज़दूरों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया है। साथ ही तहसीलदार को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

प्रदर्शन के दौरान सरदारशहर मजदूर हड़ताल का नारा बुलंद रहा, और मजदूरों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया। केंद्र सरकार मजदूरों की गुलामी की ओर धकेल रही है।

सरदारशहर मजदूर हड़ताल में उपस्थित मुख्य संगठन

मजदूर हड़ताल प्रदर्शन के दौरान छगन लाल चौधरी ( प्रदेश महामंत्री, किसान सभा ) ने कहा कि मजदूरों की सुरक्षा देने वाले पुराने कानून को हटाया जा रहा है। केंद्र सरकार चार नए लेबर कोड लागू कर रही हैं। केंद्र सरकार के यह कानून मजदूरों की सुरक्षा को खत्म कर देगे।

रामकृष्ण छींपा, रवि शंकर सोनी ( LIC यूनियन अध्यक्ष ) आकाश अरोड़ा, संजय कुमार, भगवानराम जाखड़, काशीराम सारण सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।

प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य

सरदारशहर मजदूर हड़ताल का मुख्य केंद्र सरकार का नए लेबर कोड कानूनों का विरोध, जो मजदूरों के पुराने अधिकार को समाप्त कर रहे हैं।

मजदूरों को जीतने भी लाभ मिल रहे थे। उन को बंद किया जा रहा है, उस के खिलाफ भी प्रदर्शन किया। हड़ताल के अधिकार पर रोक लगाने की सरकार की मंशा का विरोध।

गौरमतलब है कि 20 मई को पूरे देश में मज़दूरों ने हड़ताल की घोषणा की थी। लेकिन उस समय देश में युद्ध जैसे हालातों के कारण टाल दिया गया था। जो आज 9 जुलाई को देशभर के मजदूरों ने एकजुट हो कर हड़ताल का आयोजन किया है।

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