“खिड़की से नोटों की बारिश! ओडिशा के चीफ इंजीनियर के ठिकानों पर रेड, करोड़ों की काली कमाई का पर्दाफाश!”

ओडिशा विजिलेंस विभाग ने चीफ इंजीनियर बैकुंठ नाथ सारंगी के 7 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की, जिसमें 2 करोड़ से ज्यादा कैश, लाखों के सोने के गहने और लग्ज़री सामान बरामद हुआ। पढ़ें पूरी रिपोर्ट इस सनसनीखेज कार्रवाई की।

ओडिशा के चीफ इंजीनियर के 7 ठिकानों पर विजिलेंस की बड़ी कार्रवाई, 2 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद!

ओडिशा में एक और बड़ा घोटाला उजागर हुआ है, जब विजिलेंस विभाग ने राज्य के ग्रामीण विकास विभाग में कार्यरत चीफ इंजीनियर बैकुंठ नाथ सारंगी के विभिन्न ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की अवैध नकदी, लाखों के सोने के गहने और कीमती कपड़े जब्त किए हैं।

कैसे हुआ खुलासा?

विजिलेंस डिपार्टमेंट को सूचना मिली थी कि बैकुंठ नाथ सारंगी के पास आय से अधिक संपत्ति है। इसके बाद स्पेशल जज (विजिलेंस), अंगुल के आदेश पर यह एक्शन प्लान तैयार किया गया और 30 मई को सुबह से ही 7 ठिकानों पर एक साथ रेड शुरू कर दी गई।

रेड कहां-कहां हुई?

  1. भुवनेश्वर स्थित फ्लैट
  2. अंगुल जिले के करदागड़िया स्थित दो मंजिला घर
  3. पिपिली (पुरी जिला)
  4. शिक्षकपाड़ा (अंगुल)
  5. लोकेइपासी (अंगुल)
  6. मतियासाही (अंगुल)
  7. एक अन्य गोपनीय स्थान

भुवनेश्वर फ्लैट से नोटों की बारिश!

जब विजिलेंस की टीम इंजीनियर के भुवनेश्वर स्थित फ्लैट पर पहुंची, तो वहां का नजारा हैरान कर देने वाला था। सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही बैकुंठ नाथ सारंगी को विजिलेंस की मौजूदगी का एहसास हुआ, उसने खिड़की से 500-500 के नोटों की गड्डियां फेंकनी शुरू कर दीं। हालांकि, अधिकारी सतर्क थे और उन्होंने तुरंत ही नोटों को बरामद कर लिया।

अब तक क्या मिला?

  • भुवनेश्वर फ्लैट से – ₹1 करोड़ नकद
  • करदागड़िया (अंगुल) घर से – ₹1.1 करोड़ नकद
  • कई जगहों से – लाखों के सोने-चांदी के गहने, महंगे कपड़े, विदेशी ब्रांड की घड़ियां व सामान
  • बैंक अकाउंट्स, निवेश और प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज भी जब्त

गिनती अभी भी जारी है, और नोट गिनने के लिए मशीनें लगाई गई हैं।

कौन-कौन थे इस ऑपरेशन में शामिल?

  • 8 डिप्टी एसपी
  • 12 इंस्पेक्टर
  • 6 एएसआई
  • तकनीकी और बैंकिंग विशेषज्ञ
  • महिला अधिकारी और वीडियोग्राफर की टीम

बैकुंठ नाथ सारंगी कौन हैं?

बैकुंठ नाथ सारंगी ओडिशा सरकार के ग्रामीण विकास विभाग में एक वरिष्ठ चीफ इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें अब तक एक काबिल अफसर माना जाता था, लेकिन इस रेड ने उनकी ईमानदारी की पोल खोल दी है। बताया जा रहा है कि वे लंबे समय से ठेके और निर्माण परियोजनाओं में कमीशन के जरिए अवैध रूप से संपत्ति जमा कर रहे थे।

आगे क्या होगा?

विजिलेंस विभाग इस पूरे मामले की फॉरेंसिक जांच करवा रहा है। जांच पूरी होने के बाद बैकुंठ नाथ सारंगी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि उनके अन्य फर्जी खातों और बेनामी संपत्तियों का भी जल्द ही पता लगाया जाएगा।